नमस्कार. सबसे पहले में ISS का धन्यवाद करता हु जिन की वजह से हम अपना एक्सपेरिएंस शेयर कर सकते है. खैर अ़ब मैं अपनी कहानी पर आता हु. मेरा नाम सनी है और मैं दिल्ली में रहता हु. मेरी उम्र २७ साल है.
अभी तक शादी भी नी होई तो आप समझ सकते हो की मैं सेक्स का कितना भूखा हु. मुझे मोटी औरत और शादी शुदा औरत बहुत पसंद है. जब में किसी मोटी गांड वाली लड़की या औरत को देख लेता हु तो मन करता है अभी लण्ड निकलू और दे दू इसकी गांड में.
खैर अ़ब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ. हमारे पडोस में एक भाभी रहती है. उनके दो बचे भी है और उनकी उम्र ४० के पास होगी. उनके पति को लन्दन गए हुए १० साल हो गए है. तब से लेकर आज तक वो वापिस नहीं आये. अब में जवान हूँ और दोस्तों के साथ घुमने जाता हूँ. तो वो मुझे देखती है और बोलती रहती है, “गर्ल फ्रेंड के साथ जा रहा है?”
तो में बोल देता, “हमारी ऐसी किस्मत कहा के कोई लड़की मेरी तरफ देखे.” और ये बात सही भी है के मेरी कोई गर्ल फ्रेंड तो थी नही. धीरे धीरे करके मैं उनके साथ घुल मिल गया. उनके घर आने जाने लगा. क्योंकि मेरा घर भी साथ में था, तो थोडा दर कर जाना पड़ता है.
फिर एक दिन बातो बातो में भाभी ने मुझसे सेक्स के बारे में पूछा,”कभी किया है किस्सी के साथ?” तो मैं बोला,”किया तो नहीं पर देखा जरूर है.” तो भाभी बोली, “करने का मन नहीं करता क्या?” तो में बोला, “करता तो है लेकिन क्या करूँ? किस के साथ करूँ? खुद को अपने आप ही ठंडा करना पड़ता है.” मैं अंदर ही अंदर तो समझ गया था की भाभी भी सेक्स को बेताब है. क्योंकि पति देव तो बाहर थे.
मैंने हिम्मत करके बोल ही दिया, “आप करोगे सेक्स मेरे साथ?” तो भाभी थोडा नखरे करके बोली, “नहीं,मैं तो सिर्फ बात कर रही थी.” लेकिन मैंने बोला, “जब बात कर सकते हो तो कर भी सकते है. और दिकत क्या है?” थोडी न नुकर करने के बाद भाभी बोली, “ठीक है करेंगे जब मौका मिलेगा.”
अब आप समझ जाओ के मैं मौके की तलाश में रहता था। क्योंकि उनके दो बचे भी थे. लेकिन मैं मौका देखकर उनके शरीर को छु लेता। कभी बूब्स दबा देता कभी गांड पर हाथ फेर देता.
इसी बीच होली का दिन आ गया. मैंने पहले अपने घर होली खेली फिर मौका देखकर भाभी के घर होली खेलने चला गया. हमने १ बजे तक खूब होली खेली. उसके बाद मैं अपने घर आ गया और नहा धोकर फ्रेश हो गया. दुपहर के ३ बजे का टाइम था. आपको तो पता है दुपहर तक होली ख़तम हो जाती है और लोग नहा धोकर सो भी जाते है. हमारी गली का माहौल भी कुछ एसा ही था.
मेरे घर पर सब सो गए थे तो में गली में घूमने लगा. फिर मैं भाभी को फ़ोन किया की, “आप क्या कर रहे हो? मैंआ जाऊ आपके घर? मेरा मन नहीं लग रहा. सब सो गए है,” तो पहले भाभी बोली, “सब सो रहे है. शाम को आना.” फिर थोडी देर बाद भाभी का फ़ोन आ गया की आ जाओ. मैं उनके घर चला गया. आज मेरे दिल की धड़कन तेज हो रही थी शायद कुछ हो जाये आज.
खैर मैं जैसे घर में घुसा भाभी ने मैन दरवाज़ा बंद कर दिया। और अपने रूम में ले गए. उनके बचे अपने रूम में सो रहे थे. भाभी ने ब्लैक रंग का सूट पहना था जिसमे से उनकी ब्लैक ब्रा नज़र आ रही थी. भाभी के बाल भी खुले थे और बड़ी सेक्सी लग रही थी. मैंने बोला, “आज तो क्या बात है, ब्लैक ब्लैक हो रखा है सब जगह.”
तो भाभी ने एक दम मुड़कर बोला, “नहीं निचे व्हाइट है.” बोलती होई भाभी कम्बल में घुस गई. और में भी उनके साथ कम्बल में घुस गया. कम्बल में घुसते ही मैंने उनकी कमर में हाथ रख कर घुमाने लगा. भाभी बोली, “मत करो बच्चे जाग जायेंगे।” मैं बोला नहीं जागेगें. मैं तो निकर और टी-शर्ट में था. उनके बदन को छूते ही मेरा लण्ड खडा हो चूका था. और उनकी गांड को छु रहा था.
भाभी बोली, “इसको पीछे करो.” तो मैं बोला, “आज ये पीछे नही होगा। आप अपनी सलवार निचे करो. आज मोका है.” आप तो जानते है लेडीज थोडी न नुकर करती है फिर मान जाती है. खेर मैंने देर न करते हुए भाभी के लिप्स पर लिप्स रख दिए. और किस करने लगा. किस करते करते में अपनी टी-शर्ट उतर दी. और धीरे धीरे भाभी का सूट ऊपर करके उनकी ब्रा के ऊपर से उनके बूब्स चूसने लगा.
अब भाभी को मज़े आने लगे थे. मैं तो भाभी को आधा नंगा देखकर ही बेहाल हो रहा था. क्योंकि पहेली बार मैंने किस्सी औरत को नंगा देखा था. मैंने जादा देर न करते हुए भाभी के सलवार खोल दी और अपनी भी निकर उतार दी. सलवार खोलते ही जैसे मैं सुन हो गया नज़ारा देख कर. व्हाइट पेंटी और मोटी जागें क्या कमाल की लग रही थी भाभी. मैं उनकी पेंटी के ऊपर से उनकी चूत पैर किस करने लगा. मैं बता नहीं सकता की उस वक्त में क्या आनंद फील कर रहा था.
मैंने फिर भाभी के पेंटी भी उतर दी. अ़ब भाभी मेरे सामने बिलकुल नंगी थी. २ मिनट तक में उनकी चूत को देखता रहा. क्योंकि ज़िन्दगी पहेली बार मैंने किस्सी की चूत को और वो भी बहि लेडीज की चूत को देखता था. फिर मैं अपना मुह भाभी की चूत पैर रख दिया और जीब से चूसने लगा. क्या मजा आ रहा था और भाभी अपनी गांड उठा उठा के चुसवा रही थी. उनके हाथ मेरे बालो पर घूम रहे थे. मैं चूत चाटते जा रहा था.
फिर मैंने अपना लण्ड भाभी के मुह में दाल दिया और खुद भाभी के बूब्स पर चढ़कर बैठ गया. भाभी के बूब्स को अपनी गांड में फील कर रहा था. और लण्ड को भाभी के मुह में दे रहा था. भाभी बोली, “लण्ड तो काफी मजेदार है तुम्हारा.” फिर मैंने भाभी के मुह से निकाल कर लण्ड उनकी बूब्स में रगड़ने लगा.
अ़ब भाभी बोली, “जल्दी करो, काफी मन कर रहा है.” मैंने देर न करते हुए भाभी की चूत के सामने आकर बैठ गया. लण्ड को हाथ में पकड़ कर भाभी की चूत में घुमाने लगा. और एक ही झटके में अंदर दाल दिया। भाभी को दर्द हुआ लेकिन मैंने कोई परवा नहीं की.और चुदाई शुरू कर दी.
लण्ड को अंदर बाहर करने में और देखने बड़ा मजा आ रहा था. थोडी देर के बाद भाभी की चूत से पानी निकलने लगा. मैं समझ गया भाभी झड गई. १० झटके मारने के बाद में झड गया भाभी की चूत में और उनके ऊपर लेट गया नंगा. थोडी लेटने के बाद मैं बाथरूम गया साफ़ किया और आकार फिर कम्बल में लेट गया.
भाभी भी बाथरूम में साफ़ करके आकर सूट उतार कर मक्सी में आकर कम्बल में लेट गई. थोडी देर बातें करने के बाद मैं फिर तैयार हो गया. भाभी मना करने लगी लेकिन मैंने मना लिया. भाभी की मक्सी ऊपर करके मैंने भाभी को उल्टा लिटा दिया और भाभी के गांड पर बैठ गया. उनके गोल गोल गांड घुमाने लगा. उनकी गांड का छेद देखकर मन उचल रहा था.
मैंने मौका देखकर उनकी गांड को घुमाते घुमाते लण्ड उनकी गांड में दाल दिया। भाभी एक दम से चिला उठी लेकिन मैंने जल्दी से उनके मुह पैर हाथ रख दिया। और खुद भी उनके ऊपर लेट गया. और जोर जोर से गांड मारने लगा. भाभी जोर लगा रही थी छूटने का. लेकिन मैंने कसकर पकड़ लिया और गांड मरने लगा.
धीरे धीरे भाभी नोर्मल हो गई और साथ देने लगी.
मैं दूसरी बार कर रहा था तो थोडी देर से झडा. भाभी के गांड में ही मैंने अपना पानी निकाल दिया और लंड डाल कर लेटा रहा. थोडी देर बाद उठा और साफ़ किया. फिर भाभी उठी बाथरूम में अपने को साफ़ करके आकर बोली, “बड़े बदमाश हो. जो काम मेरे पति ने नहीं किया वो भी तुमने कर दिया.” तो मैंने बोला, “मुझ में और तुम्हारे पति में क्या फरक रह जायेगा?”
खैर उस दिन से आज तक भाभी की कभी गांड मरता हूँ कभी चूत. और भगवन से प्राथना करता हूँ की मुझे और औरतो से मिलवा दे जिनके पति बहार गए है या फिर वो सेक्स नहीं करते.
मुझे चुदाई के लिये मेल करें शर्मायें नहीं. <a href="/cdn-cgi/l/email
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