प्रोफेसर बीवी को स्टूडेंट यूनियन लीडर ने चोदा – भाग २

दोस्तो में फिर से हाजिर हूँ कहानी का दूसरा पार्ट लेकर। अगर आपने पहला भाग नशि पढ़ा तो जरूर पढ़ लीजिए।

आशा जैसे ही खड़ी हुई उसको हल्का चक्कर आ गया और युवराज ने उसे पकड़ लिया। मुझे पता चला युवराज ने नशे की गोली ही खिलाई होगी। फिर उसने आशा को सोफे पे बिठाकर मेईन दरवाजा बंद करने गया।

युवराज आशा को सोफे से अपनी गोद में उठाकर बेडरूम में ले आया और पलंग पर लिटा दिया। फिर उसने आशा के पैरों से सेंडल और सॉक्स निकाल दिए और मेरी बीवी के मखमली पैरो को सहलाने लगा। आशा ने अपने पैर पीछे खींच लिए।

वो मुझे  कोल करने जा रही थी और युवराज को अपने घर जाने के लिए बोल रही थी। पर युवराज ने उसके हाथ से फोन लेकर साइड में रख दिया और AC चला दिया।

आशा – युवराज तुम जो सोच रहे हो वो गलत है। में तो सिर्फ तुम से हँसी मजाक कर रही थी।

युवराज – आप पे दिल आ गया है मेम क्या करूँ?

ऐसा कहते हुए उसने आशा की साड़ी निकालनी शरू की। आशा ने रोकना चाहा पर हट्टा कट्टा घोड़े जैसा युवराज उस नाजुक औरत की कैसे चलने देता। अब आशा सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी। आशा बचने के लिए मिन्नते कर रही थी और मन ही मन मुझे  कोस रही थी।

फिर युवराज आशा को अपने मजबूत हाथों से कमर से पकड़कर नजदिक लाया। और दूसरे हाथ से गर्दन पीछे से पकड़कर उसके नाजुक फूल जैसे होंठो में अपने होंठ डालकर किस करने लगा। उनकी फ्रेंच किस लगभग 5 मीन चली। अब आशा ने भी अपने आप को ढीला छोड़ दिया था।

युवराज ने जल्दी से अपने पूरे कपड़े निकाले और बीलकुल नंगा हो गया। युवराज का बदन एकदम कसा हुआ था, किसी ग्रीक गॉड की तरह। हर एक अंग में मर्दानगी छलक रही थी। उसका लंड घोड़े जैसा 8 इंच का था।

आशा तो उसे देखकर सुन्न हो गयी। सोच रही थी इतना बड़ा कैसे उसकी चूत में जाएगा। फिर युवराज ने आशा को कमर से पकड़कर उसकी पेटीकोट का नाडा खोल दिया। उसका पेटीकोट निकल गया।

अब वो सिर्फ काली पेंटी और काली ब्रा में थी जिसमे उसका दूध सा गोरा बदन चमक रहा था। युवराज का लंड ये देखकर सांप की तरह उफालने लगा। युवराजने आशा को दीवाल से कसकर सटा दिया और उसके दोनों हाथ पकड़ लिए।

फिर उसके नाजुक होठों पर लप-लपाता हुआ किस करने लग गया। उसका लंड आशा की चूत की दरार पर धक्के दे रहा था इस वजह से आशा की चूतने पानी छोड़ दिया। और उसकी पेंटी गीली हो गई आशा अब अपना कंट्रोल खो रही थी।

युवराज ने अब आशा को उठा कर बेड पर पटक दिया और खींच के आशा की पेंटी निकाल दी। पेंटी निकालते वक्त उसकी ताकत से पेंटी पुरी फट गई। युवराज आशा जैसी हसीना को देखकर अब पागल हो गया था।

वह उसके खुले घुंघराले बालों से खेल रहा था और उसके पूरे मुंह पर चुंबन दे रहा था। युवराज के मुंह की लार से आशा का पूरा चेहरा भीग गया था। वह उसके गालों पर कभी पूरे अपने मुंह में खींच कर जूता तो कभी गर्दन पर जोर से अपने दांतो को गड़ा रहा था।

आशा इस प्यार के दर्द की वजह से मुंह से कभी आह उँह निकली जा रही थी। वह आशा के ऊपर पूरा लेटा हुआ था इस वजह से उसका लंड आशा की चूत की दरार से घिस रहा था। पर आशा की कोमल चूत में वो मूसल जैसा बड़ा लंड हल्का सा भी जा नही रहा था।

फिर युवराज ने उसकी ब्रा की पट्टी खोल कर उसके चूचियों  को आजाद कर दिया ।वह आशा के तने हुए गोल गोल बॉबे देखकर खुश हो गया। वह उसके दोनो चूचियों  को मुंह में डालकर जोरों से चूसने लग गया। आशा के मुंह से हल्की सी चीख निकल गई।

उसने 5 मिनिट तक उसके चूचियों  को चूसा। और कभी कभी दांत भी गड़ाए।अब युवराज का ध्यान आशा के सपाट पेट पर उसकी नाभि में था। उसने आशा की नाभि में जीप डालकर उसको चाटने लगा। जिस वजह से आशा के शरीर में एक बिजली सी दौड़ गई।

आशा के मुंह से मादक सिस्कारी  निकल गई। अचानक आशा को ये अहसास हुआ की वह बहकती जा रही है। इसलिए उसने युवराज को अपने से दूर करना चाहा। पर जैसे शेर अपने चंगुल में फंसी हुई हिरनी को कभी छोड़ता नहीं वैसे ही आशा का बचना नामुमकिन था।

उसकी यह कोशिश नाकामयाब हुई। युवराज ने उसे कसके जकड़ा हुआ था। वह हिल भी नहीं पा रही थी। युवराज का लंड अब तन कर लाल हो गया था और उसकी नसे फटी जा रही थी। युवराजने बेड से उठ कर आशा को कठपुतली की तरह उठाया।

उसके दोनों हाथों को नाड़े से पीछे बांध कर पलंग पर उसे पटक दिया। आशा अब बचने के लिए पलंग पर नागिन की तरह रेंग रही थी। युवराज अब उसके दोनों पैरों को फैला कर बीच में आ गया। अब उसके मुंह पे शैतानी मुस्कुराहट थी।

उसने आशा की चूत की दरार में अपनी जीभ डाली। और चूत में पूरा मुंह डालकर मजे से चूत की गहराइयों में अपनी जीभ को फिराने लगा। इस वजह से आशा के शरीर में बड़ी ही उत्तेजना हुई और उसके रोंगटे खड़े हो गए। पूरे बदन में एक बिजली सी दौड़ गई।

आशा के मुँह से उँह आह की मादक सिसकिया निकलने लगी। मैंने कभी उसकी चूत को चाटा नहीं था इसलिए उत्तेजना की वजह से आशा की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया। युवराज वो सारा पानी पी गया।

अब युवराज आशा के पूरे बदन को अपने मुंह से नोचने काटने लगा। कभी उसकी नाजुक जाँगो को काटता तो कभी उसके उरोजों पे दांत गड़ाता। आशा का पूरा बदन लाल हो गया था। अब युवराज ने आशा को उलटा लिटाकर गांड पे जोर से चांटा मारा।

आशा जोरो से चीख पड़ी। इधर में उत्तेजना के मारे ऑफिस में अपने लंड को जोरोसे हिला रहा था। अब युवराज ने आशा को सीधा लिटा कर उसकी चूत पर अपने लंड का टोपा रख दिया। और जोरो से धक्का मारकर लंड को चूत अंदर डालने लगा।

आशा के मुँह से आह निकल गई। करीब आधा लंड अंदर गया था। फिर युवराज ने पूरा लंड बाहर निकालकर फिर से एक जोरों का धक्का मारा और लंड पूरा चूत में चला गया। और आशा के आंखों से आंसू निकल आए जो उसके गालों से गिरकर पूरा मुँह गिला कर दिया।

अब युवराज ने धीरे धीरे करके धक्कों की रफ्तार बढ़ा दी। आशा अब पूरी तरह समर्पित हो चुकी थी इसलिए युवराज ने उसके हाथों को खोल दिया। आशा ने युवराज को लेटे हुए गले लगा लिया और उसके धक्कों के साथ वह भी गांड उठाकर चुदवाने लगी।

आशा की चूत अब गीली हो गई थी। इस वजह से लंड के धक्कों से फच फच फ़च की आवाज से पूरा कमरा भर गया। फिर करीब 10 मिनिट ऐसे धक्के मारने के बाद युवराज ने आशा को उल्टी कर के कुतिया बनाके पीछे से डॉगी स्टाइल में चोदने लगा।

इस तरह करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद युवराज ने आशा को फिर से सीधा लिटा कर उसकी चूत में मिशनरी पोजीशन में लंड डालकर चोदने लगा। इतने वक्त में आशा करीब 2 बार झड़ चुकी थी। फिर करीब  15-20 धक्कों के बाद युवराज का शरीर अकड़ने लगा और उसके लंड ने वीर्य की धारा छोड़ दी।

वो दोनों फिर अपने आप पर रजाई डालकर ऐसे ही करीब 2 घंटो के लिए एक दूसरे से लिपटकर पड़े रहे। आशा के चहरे पर अजीब सा सेटिस्फैक्शन था। आशा के नाजुक गुलाबी होंठो को बुरी तरह चूसे जाने के कारण उसकी लिपस्टिक आस पास फैल गई थी।

बाल बिखर गए थे। आंखों के आई शेड फैल गए थे।आशा के चेहरे पर, गर्दन पर, छाती पर, पेट पर, जांघों पर और पूरे बदन पर करीब 25-30 लव बाइट्स के निशान थे। जो 2-3 दिनों तक जाने वाले नही थे।

जिसे वो बच्चा समज रही थी उसने आशा की अस्मिता को रौंद दिया था। अब आशा को पता चला था कि असली मर्द क्या होता है। आशा जैसी औरत को दरअसल ऐसा ही मर्द पसंद होता है जो उसे यूं ही ह्यूमिलेट करें, टॉर्चर करें। उसको अपने किसी वस्तु की तरह ट्रीट करें जैसे कि वह उसकी स्लेव हो।

ऐसी औरत को प्यार करने वाले रोमैंटिक मर्द से ज्यादा उस पर अत्याचार करने वाला मॉन्सटर पसंद होता है। Women like beasts।

बेड पे से जब आशा की आंख खुली युवराज एक ही चादर में उसके ऊपर लिटा हुआ था। अब आशा का नशा उतर चुका था। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नही था। युवराज का सिर आशा के सीने पे उसके उरोजों के ठीक ऊपर था।

उसे यह बड़ा अच्छा महसूस हुआ आशा करीब आधे घंटे तक ऐसे ही लेटी रही। युवराज के सिर में हाथ फेरते हुए उन दोनों के बीच हुए इस हसीन वाकये को याद करने लगी। फिर उसने उठकर काले रंग की बेबीडॉल नाइटी पहन ली और किचन में जा कर कुछ पकाने लगी।

मैंने उसे मेसेज कर दिया था कि मैं कल शाम को आऊंगा। तब तक युवराज उठ चुका था युवराज ने आशा को किचन में पीछे से गले लगा लिया और उसके गालो को चूम रहा था। फिर उन दोनों ने साथ में एक दूसरे को खिलाते हुए नास्ता किया।

कुछ देर तक टीवी देखने के बाद आशा नहाने गई। युवराज भी थोड़ी देर बाद पीछे गया और आशा के शावर के नीचे भीगते बदन को बेतहाशा चूमने लगा। पहले उसने आशा की नाभी को चूसते हुए शावर का पानी पी लिया।

फिर वो बदन को चूसते हुए ऊपर आता गया क्लीवेज से होते हुए गर्दन पर बेतहाशा चूमने लगा फिर दोनों एक दूसरे में पूरे लिपट कर भीगते हुए फ्रेंच किस करने लगे। और दोनों ने शावर में खूब कडलिंग किया।

अब युवराज आशा को नंगा ही गोद में उठाकर बाहर आ गया और उसे डाइनिंग टेबल पर लिटा दिया। आशा के खुले भीगे बाल और भीगे बदन में वह मानों स्वर्ग से आई हुई अप्सरा लग रही थी। युवराज ने पहले आशा के नंगी गोरी गोरी मांसल टांगो और जांग को चूमना शुरू किया।

कभी कभी काट भी देता था। आशा के मुह से सिसकियां निकलने लगी। उसके भीगे बदन को चूसने के बाद युवराज ने आशाकी चूत को चाटने लगा। इतनी छोटी उम्र के बावजूद वो इस काम मे उस्ताद था। इतनी बुरी तरह चाट रहा था की उसकी योनि पूरी युवराज के मुंह मे आ गई थी।

युवराज की जीभ आशाकी योनि में फिर रही थी।आशा कामाग्नि में जल रही थी। उसने युवराज के बालों को पकड़कर उसके मुँह को अपनी चूत में और दबाने लगी। और फिर जोरो से आवाज निकाल कर झड़ गई।

युवराजने खड़े खड़े ही उसको डाइनिंग टेबल पर लिटा कर आशा के दोनों पाव को अपने कंधे पर ले लिया। और आशा की चूत पे लंड का टॉपा रखकर जोरो से दबाया। गीली चूत की वजह से लंड आसानी से अंदर चला गया। अब वो धीरे धीरे अपनी रफ्तार बढ़ाने लगा।

आशा भी उसके धक्कों के साथ अपनी गांड को उठाने लगी। उसका एक हाथ अपने बालों में फिरा रही थी और अपने होंटो को दांतों के बीच हल्का काट रही थी। जोरो के धक्के देने के कारण डाइनिंग टेबल टूटने ही वाला था की युवराज रुका।

उसने आशा के चूतड़ को अपने हाथों में लेकर उसे पूरा अपनी गोद मे उठा लिया। उसका लंड अब भी आशा की चूत में था और दोनों एक दूसरे के होंटो को चूसने लगे। युवराज जैसा बलिष्ठ आदमी के लिए आशा भले उम्र में बड़ी। पर सुकुमारी सी औरत को खड़े खड़े ही गोद में उठा कर चोद रहा था। करीब 10 मिनट तक इस तरह चुदाई के बाद आशा थक चुकी थी।

आशा: अब बस करो युवराज।

युवराज: बेबीडॉल, ये तो सिर्फ शुरुआत है। अभी तो पूरी रात बाकी है।तेरे जैसी गोरी तितली को देखकर मेरे मन का शैतान जाग गया है। तू भले ही कॉलेज में मेरी प्रोफेसर हो अभी तो मेरी रंडी है।

फिर युवराज ने ऐसे ही आशा को उठाकर बेडरूम में ले गया और खुद नीचे आ कर मेरी बीवी को अपने ऊपर बिठा लिया। इसतरह वो मेरी बीवी को बगैर कॉन्डम के ही काउगर्ल पोजीशन में चोद रहा था। मेरी बीवी आशा भी युवराज के लंड के ऊपर बैठ कर उछल उछल कर चुदवा रही थी।

उसकी चूत में से पुच्च पुच्च की आवाज आ रही थी। पूरा कमरा उनकी काम लीला का साक्षी बना था।अब युवराज का निकलने वाला था उसने आशा को नीचे लाकर उसकी चूत में जोरोसे प्रहार करने लगा। अब वो दरिंदा बेकाबू हो चुका था।

उतेजना में वो आशा के बाल खींचता। आशा की चुचियों को मुँहमे लेकर बड़ी बेदर्दी से चूसता।अब युवराजअपने दोनों हाथों से आशा की छातियों को भींचते हुए पूरी शक्ति से प्रहार करने लगा। योनि के इस मर्दन से उसके आंड सिकुड़ने और फैलने लगे।

और साथ ही उसने ढेर सारा वीर्य आशा की चूत में उढेल दिया।आशा की चूत दोबारा उसके सारे वीर्य को पी गई।उसने अपने लंड को आशा की चूत में ही रहने दिया ताकी वीर्य की एक बूंद भी बाहर ना निकले। दोनो ऐसे ही पूरी रात लिपट कर सो गए।

सुबह उठकर उसने आशा को फिर से खूब पेला। और वो कॉलेज के लिए निकल गया। आशा तो चार दिन कॉलेज नही जा पाई नही मुझसे चुदाई करवा पाई।

में जब वापस लौटा तो वो मुझसे लिपट गई। वो बहोत खूबसूरत लग रही थी। घोड़े जैसे मर्द से जो चूदी थी। उसके होंठ फट चुके थे, गर्दन पर कई जगह लाल लाल लव बाइट्स के निशान थे, बदन पर कई जगह काले काले धब्बे पड़े थे।

उसके बॉबे भी लाल और निपल ज्यादा चुसाई के कारण काले पड़ गए थे। साली को पूरी तरह रोंद डाला था उस आदमी ने। आशा सीधी तरह चल भी नही पा रही थी।

दोस्तो आशा को मैंने ही सामने से कहा अगर वो इसबार प्रेग्नेंट हो जाती है तो हम बच्चा रखेंगे। और ठीक वैसा ही हुआ। आशा को युवराज से एक खूबसूरत बेटी हुई और कुछ साल बाद मुझसे एक बेटा। दोनों बच्चों के साथ हम दोनों अभी बहुत खुश है।

युवराज को भी इस बात का पता है। उसने आशा की महोब्बत में अब तक शादी नही की। वो आज भी आशा को चोदता है। अब आशा के दो दो पति है। और मेरे बच्चों के दो दो बाप!

दोस्तो अगर ये कहानी आप को पसंद आई हो तो आप मुझे  अपने e mail id पर जरूर मेसेज करे। आप की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। मेसेज छोड़ने से मुझे प्रोत्साहन मिलेगा। आप कुछ सुझाव भी दे सकते हैं। raj.patelar।<a href="/cdn-cgi/l/email.

COMMENTS